भारी बारिश में छाता पकड़े पिता और नीचे ऑनलाइन क्लास अटेंड करती बेटी, कर्नाटक के इस इलाके में जोखिम बनी पढ़ाई
बेंगलुरु: यह तस्वीर कर्नाटक के मलनाड इलाके के सुलिया तालुक की है और सोशल मीडिया पर वायरल है। यहां भारी बारिश के बीच एक शख्स छाता लिए खड़ा है और छाते के नीचे उसकी बेटी ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रही है। पहली नजर में इसे देखकर बच्ची की लगन के लिए तारीफ हो सकती है लेकिन इस तस्वीर का दूसरा पहलू यह बताता है कि यहां पढ़ाई बच्चों के लिए किसी जोखिम से कम नहीं है। कहीं छाते के नीचे तो कहीं टेंट लगाकर स्टूडेंट्स किसी तरह ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं।
यह तस्वीर महेश पुच्चापडी नाम के फोटोजर्नलिस्ट ने क्लिक की है। उन्होंने बताया कि यब बच्ची हर रोज शाम 4 बजे अपनी SSLC क्लास के लिए इसी जगह पर आती है। सुलिया तालुक में रहने वाले हर स्टूडेंट को ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान नेटवर्क के लिए टीलों पर चढ़ाई करनी होती है या फिर किसी दूर इलाके में जाना पड़ता है। सुलिया तालुक कर्नाटक के मतस्यपालन मंत्री एस अंगारा का कस्बा है।
जहां नेटवर्क मिला, वहां टेंट लगाकर कर रहे पढ़ाई
इस हफ्ते यहां दक्षिणपश्चिम मॉनसून बेहद सक्रिय है जिसके कारण इलाके में भारी बारिश हो रही है। खराब नेटवर्क के चलते स्टूडेंट्स ऑनलाइन क्लास के लिए दूरदराज के स्थानों में जा रहे हैं। कुछ स्टूडेंट्स ने कुछ सहूलियत वाली जगहों पर जहां नेटवर्क पकड़ रहा है वहां टेंट लगा लिया है।
कोरोना दौर में जारी है ऑनलाइन पढ़ाई
कोरोना महामारी के बाद से बच्चों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन क्लासेस एक साल से जारी हैं लेकिन ग्रामीण इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए ये इतना आसान नहीं है। किसी तरह स्मार्टफोन की व्यवस्था हो गई है तो खराब नेटवर्क उनके लिए चुनौती बन गया है।
वर्क फ्रॉम होम वालों को भी दिक्कत
सिर्फ स्टूडेंट्स ही नहीं बल्कि वर्क फ्रॉम होम करने वालों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह स्टूडेंट्स का रोजाना की दिनचर्या बन गई है। नेटवर्क के अलावा यहां पिछले 3 दिन से बिजली आपूर्ति भी बदहाल है। लोगों को मुश्किल से 3 से 4 घंटे ही बिजली मिल पा रही है।
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